जयपूर घराना
जयपुर घराने के जन्मदाता मुहम्मद अली खां माने जाते है. मुहम्मद अली खां के वंशजो मे मनरंग का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है. इन्होने जयपूर घराने के विकास मे महान योगदान किया. इस घराने के अन्य प्रमुख कलाकारो मे आशिक अली खां और मुश्ताक अली खां के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है.
विशेषताए :-
१) इस घराने मे वक्र-तानो का प्रयोग अधिक मात्रा मे किया जाता है. इसमे स्वर विस्तार कि बढत छोटे-छोटे स्वर समुहो से युक्त तानो के द्वारा कि जाती है.
२) इसमे गितो कि बंदिशे बहुत संक्षिप्त होती है. स्थायी और अंतरा कि पंक्तीया सीमित राहती है. जिसमे बोल तानो के लिए पर्याप्त अवसर मिलता है.
३) ग्वालियर घरानो के प्रभाव के कारन इस घराने मे भी खुली आवाज मे गाने कि परम्परा है.
४) इस घराने मे स्वर-वैचित्र्य उत्पन्न करने पर विशेष बल दिया जाता है.
५) इस घराने मे एक विशेष प्रकार के स्वर-लगाव पर ध्यान दिया जाता है.
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