कुचीपुड़ी नृत्य आठ प्रमुख भारतीय शास्त्रीय नृत्यों में से एक है।
यह नृत्य भारत के आंध्र प्रदेश राज्य की शास्त्रीय नृत्य की एक पारंपरिक शैली है ।
कुचीपुड़ी नृत्य का नाम कृष्णा जिले के दिवि तालुक में स्थित कुचिपुड़ी गाँव के ऊपर पड़ा है। वहाँ के रहने वाले ब्राह्मण इस पारंपरिक नृत्य का अभ्यास करते थे।
पुरानी परम्परा के अनुसार कुचिपुडी़ नृत्य केवल पुरुषों द्वारा किया जाता था।
वह भी केवल ब्राह्मण समुदाय के पुरुषों द्वारा। ये ब्राह्मण परिवार कुचिपुडी़ के भागवतथालू कहलाते थे।
उनके कार्यक्रम देवी-देवताओं को समर्पित किए जाते थे। सिद्धेन्द्र योगी को कुचिपुड़ी नृत्य का जनक माना जाता है। प्राचीन कथाओं के अनुसार कुचिपुड़ी नृत्य को पुनर्परिभाषित करने का योगदान सिद्धेन्द्र योगी नामक एक कृष्ण-भक्त संत ने किया था। उन्होंने पारिजातहरणम नामक नाट्यावली की रचना की।
कुचीपुड़ी नृत्य में वेदांतम लक्ष्मी नारायण, चिंता कृष्णा मूर्ति और तादेपल्ली पेराया ने महिलाओं को इसमें शामिल कर नृत्य को और समृद्ध बनाया है।
डॉ॰ वेमापति चिन्ना सत्यम ने इसमें कई नृत्य नाटिकाओं को जोड़ा और कई एकल प्रदर्शनों की नृत्य संरचना तैयार के और इस प्रकार नृत्य रूप को व्यापक बनाया है।
कुचीपुड़ी नृत्य के साथ कर्नाटक संगीत में निबद्ध गीत मृदंगम्, वायलिन, बाँसुरी और तम्बूरा इत्यादि वाद्ययंत्रों के साथ नृत्य में सहयोगी भूमिका निभाता है।
कुचीपुड़ी नृत्य की वर्तमान शैली मानक ग्रंथों पर आधारित है। इनमें सबसे प्रमुख है – नंदिकेश्वर रचित “अभिनय दर्पण” और “भरतार्णव”।
इस प्रकार, अब कुचीपुड़ी नृत्य की दो शैलियां हैं: नृत्य-नाटक तथा एकल नृत्य-प्रस्तुति ।
एकल प्रसूति में कुचिपुड़ी में जातिस्वरम् और तिल्लाना का गायन होता है।
शरीर संतुलन व पादकौशल्य तथा उसके नियंत्रण में नर्तक कलाकारों की दक्षता प्रदर्शित करने हेतु पीतल की थाली की किनारी पर नृत्य करना तथा सिर पर पानी से भरा घड़ा लेकर नृत्य करने जैसी कुशलताओं को जोड़ा गया है।
भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य शैली का संयोजन भी इस नृत्य रूप में प्राप्त हुआ प्रतीत होता है।
कुचीपुड़ी नृत्य के प्रमुख कलाकार –
लक्ष्मी नारायण शास्त्री, वेदांतम् राधेश्याम गुरूजी, वेंपटी चिनना सत्यम्, चिंता कृष्णमूर्ती, इंद्राणी बाजपायी (रेहमान), राजा एवं राधा रेड्डी, रागिणी देवी, पद्मश्री शोभा नायडू, उमा रमाराव, स्वप्ना सुंदरी, जोनाला जड्डा, अनुराधा, यामिनी कृष्णमूर्ती, यामिनी रेड्डी, कौशल्या रेड्डी